ड्राइविंग करना एक संकट भरा कार्य है और चालक को ध्यानपूर्वक एवं एकाग्रता के साथ वाहन चलाना चाहिए। दुर्भाग्यवश, दुर्घटनाएँ कभी भी और बिना आपकी गलती के भी हो सकती हैं। अचानक होने वाली दुर्घटना आपको भयभीत एवं दिशाहीन कर सकती है।
यदि आप किसी दुर्घटना में लिप्त होते हैं तो सब की सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं नियमों का पालन करने हेतु निम्नलिखित ७ चरणों का अनुसरण करें। ऐसा करने से बाद में बीमा संगठन पर क्षतिपूर्ति का दावा करने में भी आसानी होगी।
१. घायल व्यक्तियों की जांच करें
गोल्डन ऑवर (दुर्घटना के एक घंटे के अंदर) में चिकित्सकीय सुविधा के अभाव में बहुत-से लोग मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं। दुर्घटना के बाद समय पर मिली सहायता अमूल्य जीवन की रक्षा कर सकती है। चोटों के लिए स्वयं की और अपने वाहन में उपस्थित व्यक्तियों की जाँच करें। यदि कोई चोटिल हो जाए, तो आपातकालीन सेवाओं को सहायता के लिए फोन करिये। यदि आवश्यकता हो तो आसपास के लोगों से फोन करने या सहायता के लिए अनुरोध करें।
२. सुरक्षित स्थान पर पहुँचें
यदि आपका वाहन चलाये जा सकने योग्य हो, तो सर्वप्रथम उसे सड़क के किनारे लगा लें जिससे कि सड़क खुल सके। यदि ऐसा करना संभव ना हो, तो वाहन जहाँ है, उसे वहीं छोड़ दें। यदि हो सके, तो वाहन से निकलकर यातायात से दूर हो जाएँ।
३. दुर्घटना में फंसे अन्य लोगों का पता करें
दुर्घटना में चोटिल हुए अन्य लोगों की भी सुध लें। यदि उन्हें आवश्यकता हो तथा आप समर्थ हों, तो उनके लिए भी उपचार की व्यवस्था करें।
४. पुलिस को फोन करें
छोटी से छोटी दुर्घटना के लिए भी पुलिस द्वारा "दुर्घटना सूचना विवरण" बीमा कंपनी या अन्य ड्राइवरों से समझौते के लिए सहायक सिद्ध होगा। आपको दुर्घटना स्थल पर पुलिस दल का जाँच में सहयोग करना चाहिए। पुलिस को घटनाओं की निष्पक्ष जाँच करने दीजिये और पता लगाने दीजिये कि दुर्घटना के लिए कौन दोषी है।
यदि पुलिस घटनास्थल पर नहीं आ सकती हो, तो अपने निकटतम पुलिस स्टेशन में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराएँ। इस रिपोर्ट की एक प्रति अपने पास रखें।
५. सूचना एकत्र करें
आप दुर्घटना में शामिल व्यक्तियों व वाहनों की जितनी अधिक-से-अधिक जानकारी पा सकते हों, वह एकत्र करें, जैसेकि:
- ड्राइवरों का पूरा नाम व पता
- बीमा कंपनी का नाम व पॉलिसी संख्या
- सभी वाहनों का प्रकार, रंग व मॉडल आदि
- वाहनों की पंजीकरण संख्या
- दुर्घटना की दिनाँक, समय व स्थान
६. दुर्घटना स्थल का विवरण लें
यदि आपके पास दुर्घटना के समय कैमरा या स्मार्टफोन हो, तो प्रमाण के लिए दुर्घटना स्थल व वाहनों को हुई क्षति के चित्र अवश्य ले लें। यह चित्र बीमा संगठन पर क्षतिपूर्ति का दावा करते समय सहायक सिद्ध होंगे।
७. बीमा का दावा करें
बीमा कंपनी को फोन करके वाहन की मरम्मत की व्यवस्था करें। सभी आवश्यक आलेख, जैसे कि पुलिस द्वारा "दुर्घटना सूचना विवरण" व दुर्घटना में सम्मिलित अन्य व्यक्तियों, वाहनों एवं संपत्ति की जानकारी प्रस्तुत करें। बीमा संगठन का दुर्घटना की जाँच में सहयोग करें, जिससे सभ की क्षतिपूर्ति की जा सके।
दुर्घटना होने से पूर्व आप क्या कर सकते हैं?
यदि अभी तक आपको किसी दुर्घटना का सामना नहीं करना पड़ा है, तो स्वयं को अच्छा ड्राइवर व भाग्यशाली व्यक्ति समझकर प्रभु का धन्यवाद करें। हम आशा करते हैं कि आगे भी आपको किसी ऐसे संकट का सामना न करना पड़े, परन्तु आपको सदैव बुरी परिस्थितियों से निबटने के लिए तैयार रहना चाहिए। उसके लिए आप हमारी निम्नलिखित सलाह मान सकते हैं।
- प्राथमिक चिकित्सा का सामान सदैव अपने साथ रखें।
- गाड़ी चलाते समय वाहन-सम्बन्धी सभी आवश्यक आलेख (ड्राइविंग लाइसेंस, पंजीकरण, बीमा इत्यादि) व जानकारियाँ (आपातकालीन सेवाओं के संपर्क नंबर, रक्त समूह की जानकारी, आदि) अपने साथ रखें।
- अपने फोन को घर से बाहर निकलने से पहले पूरी तरह चार्ज कर लें।
- सीट पर खुला सामान ना रखें। दुर्घटना होने की स्थिति में यह उछल कर गिर सकता है या चोट भी पहुंचा सकता है।
प्रत्येक कुछ वर्षों के अंतराल पर "सुरक्षित वाहन चालक पाठ्यक्रम" करके गाड़ी चलाने की परिस्थितियों आदि के बारे में अपनी जानकारी बढ़ाइए। यह आपको एक सतर्क, उत्तरदायित्व समझने वाला व सुरक्षित ड्राइवर बनने में उपयोगी सिद्ध होगा।
सदैव सुरक्षित एवं सकुशल रहें !!